एमएसएमई के लिए आसान कर्ज
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को लघु उद्योगों , कर्मचारियों , रियल इस्टेट ,और बिजली वितरण कंपनियों के लिए जो करीब छह लाख करोड़ के कर्ज का ऐलान किया है वह  मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदीजी द्वारा कोरोना से ध्वस्त पड़ी अर्थव्यवस्था मे प्राण फूंकने के लिए घोषित 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा का ह…
सराहनीय राहत पैकेज
कोरोना वायरस के संक्रमण से ध्वस्त पड़ी अर्थव्यवस्था के लिए 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान कर के प्रधानमंत्री मोदी जी ने वाकई में सही  और सराहनीय कदम उठाया है । मंगलवार को आत्मनिर्भर भारत का आवाहन करते हुए प्रधानमंत्री ने जिस तरह से एमएसएमई सहित अर्थव्यवस्था के सभी सेक्टर्स के लिए अभूतपूर्व राहत…
कपड़ा उद्योग को झटका
कोविड-19 की मार से बेदम पड़े उद्योगों में जान फूंकने के लिए जब रघुराम राजन ,कौशिक बसु ,अभिजीत बनर्जी ,मनमोहनसिंह और पी चिदम्बरम जैसे विश्वविख्यात अर्थशास्त्री बड़े पैमाने पर आर्थिक प्रोत्साहन की जरूरत बता चुके हैं तो  केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने यह विचार व्यक्त कर के देश के कपड़ा उद्योग को …
अब कामगारों का संकट
देश की अर्थव्यवस्था पर से कोरोना संकट का दुष्प्रभाव नहीं हट सकेगा ,इसके अलग अलग कारण सामने आते जा रहे हैं । डेढ़ महीने लंबे लॉक डाउन ने अर्थव्यवस्था को झकझोर दिया है । उत्पादन कर्ता समूह मांग और उत्पादन ठप्प होने से परेशान ,सरकार से राहत पैकेज की गुहार लगा रहा है तो गरीब जनता भी रोजीरोटी बंद होने …
किसान,मजदूर की स्थिति सुधारना जरूरी
किसान और  मजदूर किसी भी अर्थव्यवस्था की असली ताकत होते हैं , उनको बदहाल रख कर भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था कभी नहीं बन सकता । एक ओर राजीतिक रूप से अन्नदाता कहे जाने वाले और हकीकत में देश को खाद्य सुरक्षा में आत्म निर्भरता दिलाने वाले किसानों की बदहाली किसी से छिपी नहीं है जो लगातार इस बात…
राहत पैकेज में विलंब घातक
सरकार की ओर से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव गिरिधर अरमानै का यह कथन सराहनीय है कि सिर्फ एमएसएमई को ही नहीं बल्कि अर्थव्यवस्था के हर सेक्टर के लिए एक व्यापक राहत पैकेज पर विचार हो रहा है जिसका कभी भी ऐलान हो सकता है । उन्होंने राहत पैकेज की मांग कर रहे ऑटोमोबाइल उद्योग के सबसे बड़े संगठ…