प्रमुख उद्योगों पर लंबा संकट
 

कोविड-19 के चलते राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन अगर अगले कुछ हफ्तों में पूरी तरह खत्म भी हो जाये तो इसके असर से मुक्त होने में 9 प्रमुख उद्योगों को काफी लंबा वक्त लगेगा , प्रमुख रिसर्च एजेंसी डन एंड ब्रैडस्ट्रीट का यह निष्कर्ष बिल्कुल सही है और कोरोना संकट की शुरुआत में ही मैं विस्तार से लिख चुका हूं कि कोरोना के बाद ,देश की आर्थिक स्थिति कोरोना संकट से भी ज्यादा भीषण होगी । अब रिसर्च एजेंसी ने देश के 16 प्रमुख उद्योगों और इन पर कोरोना वायरस से उपजी स्थिति पर एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की है जो बेहद चिंताजनक तो है लेकिन वास्तविक भी है । रिपोर्ट में कहा गया है कि लॉक डाउन व अंतरराष्ट्रीय हालात के चलते 9 प्रमुख उद्योग काफी लंबे समय तक संकटग्रस्त रहेंगे । इनमें टूरिज्म , ऑटोमोबाइल , इलेक्ट्रॉनिक्स ,हॉस्पिटैलिटी , बैंकिंग , रत्न-आभूषण और एमएसएमई सेक्टर हैं । चिंता की बात यह है कि सर्वाधिक रोजगार देने वाले इन क्षेत्रों पर कोरोना संकट की सबसे ज्यादा मार पड़ी है और विभिन संगठनों द्वारा इन्हें राहत पैकेज दिए जाने की जोरदार मांग उठाई जा रही है । अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान देखते हुए एमएसएमई सेक्टर को राहत पैकेज देने की मांग खुद कोंग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी भी सीधे प्रधानमंत्री मोदीजी को पत्र लिख कर उठा चुकी हैं तो देखने वाली बात यह है कि जब सरकार उद्योग जगत के लिए अलग से पैकेज देने का ऐलान करेगी तो उसमें इन क्षेत्रों को कितना महत्व दिया जाएगा ? रिपोर्ट का यह नतीजा सही है कि ड्रग्स ,फार्मा ,रिटेल ,थोक कारोबार , टेक्सटाइल और लाइवस्टॉक पर वक्ती तौर पर असर रहेगा किन्तु यह असर बहुत दिनों तक नहीं दिखेगा , ये तेजी से सामान्य हो जाएंगे । रिपोर्ट का निष्कर्ष अनूठा या अप्रत्याशित नहीं है । कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के एक मात्र इलाज के रूप में लॉक डाउन के दौरान सबसे बड़े खपतकर्ता समूह मिडिल क्लास और निर्धन वर्ग की क्रय शक्ति लगभग खत्म हो चुकी है तो जाहिर सी बात है कि यह वर्ग अब सिर्फ जीवन बचाने के लिए बहुत जरूरी खर्च ही कर सकेगा ,जिसमे दवा ,भोजन और कपड़ा तथा मवेशियों का चारा आदि शामिल है । इसीलिए इन क्षेत्रों के हालात जल्द सामान्य होने की उम्मीद जताई गई है । बाकी गैर जरूरी सेक्टर हैं जिन पर खर्च के लिए बड़ी आबादी के पास फिलहाल तो पैसा नहीं है और आने वाले समय मे भी लोग शायद अब पहले जितनी दिलेरी न दिखा सकें ,इसलिए शौक ,मौज और स्टेटस सिंबल वाले क्षेत्र लंबे समय तक प्रभावित रहने की आशंका जताई गई है जो बिल्कुल सही है ।